Kalpna Chouhan

Add To collaction

ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 40"

शाम को इवान अपने रूम मे जाता है तो देखता है कि किआरा बेड पर बैठी एक हाथ मे कपड़े लिए उन्हे देख रही थी क्युकी उसके एक हाथ मे चोट थी तो वो खुद से अपने कपड़े नहीं बदल सकती थी, दरवाजे की आहाट पर किआरा ने सिर उठा कर इवान को देखा फिर वापस कपड़ो को घूरने लगी, इवान बिना कुछ बोले रूम से निकल हॉल मे आया जहाँ सुमित्रा जी वन्या ओर उत्कर्ष को खाना खिला रही थी, इवान सुमित्रा जी के पास जाकर चुप चाप बैठ गया, उसे अब समझ नहीं आ रहा था की वो सुमित्रा जी से क्या कहे, अगर वो सुमित्रा जी से किआरा की हेल्प करने को बोलता तो कही उन्हे उनके रिश्ते की सच्चाई पता ना चल जाए की उन दोनो ने एक दूसरे को सिर्फ वन्या ओर उत्कर्ष के लिए माँ पापा के रूप मे एक दूसरे को स्वीकार किया है, पति पत्नी के रूप मे नहीं, कही वो इस रिश्ते या फिर किआरा के बारे मे कुछ ओर ना सोचने लगे यही सोचकर इवान उठकर वापस अपने रूम मे आ गया ।


इवान जब रूम से बिना कुछ बोले चला गया था तो किआरा ने सोचा की शायद उसकी हेल्प के लिए किसी को बुलाने गया होगा, थोड़ी दर बाद इवान को अकेले आते देख उसने सवालियों नज़रो से उसे देखा, इवान किआरा की नज़रो को देख समझ गया की वो क्या सोच रही है इसलिए वो फिरसे बिन कुछ कहे रूम से निकल गया ओर आन्या के पास गया और उसका हाथ पकड़कर अपने रूम मे खींच लाया, आन्या ने इवान से बहुत बार पूछा की इवान उसे ऐसे कहा और क्यू ले जा रहा है पर इवान कुछ ना बोला, अपने रूम मे लाकर इवान ने आन्या का हाथ छोड़ा और जल्दी से रूम से निकल गया, आन्या को कुछ समझ ही नहीं आया की इवान को हुआ क्या, पहले तो उसे बिना कुछ कहे यू जबरदस्ती खींच कर ले आया और अब बिना कुछ कहे उसे रूम मे छोड़कर बाहर चला गया, किआरा इवान की हरकत पर हस दी और आन्या को बताया की इवान उसे यहां क्यू लाया है तो आन्या मुस्कुरा दी और किआरा की हेल्प की ।

रात को सुमित्रा जी ने किआरा को रूम मे ही अपने हाथो से खाना खिलाया ओर फिर सबके साथ जाकर उन्होंने भी खाना खाया, इवान वन्या और उत्कर्ष को रूम मे लेकर आया ओर उन्हे पालने मे सुला दिया ओर खुद जाकर बेड पर लेट गया, किआरा पहले ही दवाइयो के असर से सो चुकी थी, इवान की एक नजर साहसा ही अनु ओर अपनी शादी की फोटो पर चली गई ओर उसे फिरसे अनु का दिया हुआ धोखा याद आ गया, इवान ने अपनी नम आँखे पोछी ओर अपने रूम से अनु की सारी फोटो निकलकर एकबॉक्स मे रखी, इवान ने अनु के कपड़े, शादी की एल्बम, उसकी हर फोटो हर चीज जो उसे अनु की याद दिलाती थी उन्हे उस बॉक्स मे डाला ओर बॉक्स उठाकर बाहर गार्डन मे ले गया और उस बॉक्स पर कैरोसिन छिड़क कर आग लगा दी ।

किआरा की आँख खुली तो इवान को उसकी जगह पर ना देख उसने रूम मे इधर उधर नज़र दौड़ाई, जब इवान नजर ना आया तो वो उठकर धीरे धीरे इवान को हर जगह देखने लगी, किआरा को बालकनी से कुछ रौशनी आती दिखी तो वो बालकनी मे गई, उसे नीचे गार्डन मे इवान उस जलते हुए बॉक्स के पास घुटनो के बल बैठा नजर आया, इवान का सिर नीचे की तरफ था शायद वो रो रहा था, किआरा ने रूम मे फिरसे नजर मारी उसे रूम मे अनु की एक भी फोटो दिखाई नहीं दी, वो समझ गई की उस आग मे इवान ने अनु से जुड़ी चीजों को जलाया है, किआरा धीरे धीरे रूम से बाहर निकल इवान के पास गई और जाकर उसके कंधे पर हाथ रखा, इवान ने अपना सिर उठाकर ऊपर देखा, किआरा की आँखे इवान की हालत देख उसकी भी आँखे नम हो गई, क्युकी इवान की आँखे बिल्कुल लाल हो गई थी और आँखों की पुतलियों ने लाल धागे नज़र आने लगे थे, उसका चेहरा भी रोने से लाल हो गया था

इवान ने किआरा को देखा तो उसकी कमर से गले लग रो पड़ा, किआरा बिना कुछ कहे इवान के बालो मे हाथ फेरती रही, वो जानती थी की दिल टूटने की जितनी तकलीफ इवान को हो रही थी वो सब इवान अपने अशुओ मे बहा देगा तो उसका दर्द थोड़ा कम होगा

कुछ देर बाद इवान ने अपने आपको संभाला और किआरा की तरफ देखकर बोला

इवान :- किआरा मुझे सब जानना है, प्लीज मुझे सारा सच बताओ ना

किआरा ( हैरानी से ) :- आप कोनसे सच की बात कर रहे है इवान जी मै समझी नहीं 

इवान :- वही सच किआरा जो तुमने मुझसे छिपा रखा है अनु के बारे मे, जानता हु की जितना मुझे पता है वो सारा सच नहीं है और कुछ भी है क्युकी जब तुम फोन पर बात कर रही थी तब किसी रिपोर्ट के बारे मे बात कर रही थी और अगर मेरा अनुमान सही है तो वो रिपोर्ट शायद डीएनए रिपोर्ट थी

इवान की बात सुन किआरा ने नज़रे झुका ली तो इवान वापस बोला

इवान :- प्लीज किआरा मुझे सब जानना है, कही वन्या और उत्कर्ष मेरे न... नहीं क... किसी ओ.......

इवान अपनी बात पुरी करता उससे पहले ही किआरा ने जल्दी से इवान के मुह पर हाथ रख दिया और जल्दी जल्दी ना मे सिर हिलाती हुई बोली

किआरा :- नहीं इवान जी ये सच नहीं है, वन्या और उत्कर्ष आपके ही बच्चे है किसी और के नहीं, उनकी रगो मे आपका खून दौड़ता है, वो आपके अपने बच्चे है इवान जी 

इवान :- तो फिर तुमने वो डीएनए क्यू करवाया और... और तुम अबॉर्शन कुछ कह रही थी ना उस दिन, वो सब क्या था 

किआरा :- वो.... वो इवान जी....

इवान :- प्लीज किआरा मुझे सब सच जानना है प्लीज

किआरा ने एक गहरी सांस ली और बोली

किआरा :- वो दरअसल अनु जी जब प्रेग्नेंट थी तब वो डॉक्टर के पास अ... अबोर्शन करवाने गई थी 

इवान ( हैरानी से ) :- क्या..... अ... अबॉर्शन 

किआरा :- जी इवान जी इसलिए मुझे डाउट हुआ की कही वन्या और उत्कर्ष.... लेकिन मेरा शक गलत निकला, अनु जी वहा अबॉर्शन करवाने इसलिए गई थी क्युकी वो ये बच्चा नहीं चाहती थी लेकिन डॉक्टर ने मना कर दिया ये कहकर की द... दूसरी बार अ... अबॉर्शन करबाने से उनकी जान को खतरा हो सकता है 

इवान किआरा की बात सुनकर जम सा गया उसे लगा उसने गलत सुन लिया है ।







To be continued.......................

थैंक्यू सो मच आप सभी को मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए। 
इसी तरह आप सब मेरी स्टोरी पढ़ते रहिये और कमेंट के साथ स्टीकर्स भी जरूर दीजियेगा ।

   21
7 Comments

Radhika

02-Mar-2023 09:28 PM

Nice

Reply

shahil khan

01-Mar-2023 07:27 PM

nice

Reply

Vedshree

04-Dec-2022 07:49 PM

Very nice

Reply